Thursday, January 1, 2009
सैन्य प्रतिष्ठान फिर आतंकियों के निशाने पर
इस बार आतंकियों के मंसूबे उत्तर प्रदेश में फतेहगढ़ स्थित सेना के एक सेंटर पर हमला करने के हैं। केन्द्रीय खुफिया एजेंसी आईबी ने इस बाबत सेना के मध्य कमान को सचेत किया है। खुफिया विभाग को यह भी सूचना मिली है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कुछ फिदाईन दस्ते सीमा पार कर देश में प्रवेश कर चुके हैं। इन्हें चिन्हित करने की कोशिश की जा रही है।फतेहगढ़ में सेना की राजपूत रेजीमेंट और सिख लाइट इन्फैंट्री के सेंटर हैं। इनमें से राजपूत रेजीमेंट की कश्मीर में कई वर्षो तक तैनाती रह चुकी है। सुरक्षा एजेंसियों की परेशानी यहीं समाप्त नहीं हो रही। उनके पास यह भी सूचना है कि इलाहाबाद में माघ मेले में उमड़ने वाली भीड़ को भी आतंकी अपना निशाना बना सकते हैं।14 जनवरी मकर संक्रान्ति से एक दिन पहले 13 जनवरी को स्नान किया जाता है जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु रहते हैं। सनद रहे 13 जनवरी वही तारीख है जिस दिन आतंकियों का अगला हमला सम्भावित माना जा रहा है। लिहाजा किसी भी सम्भावना को देखते हुए यहां सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये जा रहे हैं।सूत्रों का कहना है कि आईबी ने यह सूचना दी है कि इस बार आतंकियों की हिट लिस्ट में शामिल धार्मिक स्थलों में मथुरा शीर्ष पर है। आईबी ने अपने अलर्ट में अन्य धार्मिक स्थलों का भी हवाला देते हुए स्कूलों के इर्द-गिर्द सुरक्षा प्रबंध करने के लिये कहा है। सूत्र बताते हैं कि केन्द्रीय खुफिया एजेंसी को जो सूचना मिली है उसके मुताबिक यूपी में फतेहगढ़, गुजरात में कच्छ और हैदराबाद में सैन्य ठिकाने आतंकियों का निशाना हैं।खुफिया एजेंसी ने सेना के साथ ही पैरा मिलेट्री बल जैसे सीआरपीएफ और बीएसएफ के कुछ ठिकानों पर भी आतंकी हमले की सम्भावना जताई है। सनद रहे पहले भी खुफिया एजेंसियों ने सचेत किया था कि रामपुर में सीआरपीएफ या सेना के प्रतिष्ठान अथवा काफिले आदि पर आतंकी हमला किये जाने की सूचना है लेकिन इस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो सकी थी। नतीजा यह हुआ था कि बीती 31 दिसम्बर की रात जब लोग नये साल के जश्न में मशगूल थे तब लश्कर के आतंकियों ने सीआरपीएफ के शिविर पर हमला कर कई लोगों की हत्या कर दी थी।
मक्का मस्जिद बमकांड के 17 आरोपी बरी
हैदराबाद। वर्ष 2007 में हुए मक्का मस्जिद बमकांड मामले के 17 आरोपियों को यहां की एक अदालत ने सुबूतों के अभाव में बरी कर दिया है।अपर मेट्रोपालिटन सत्र न्यायाधीश [सप्तम] ने बुधवार को यह फैसला दिया। उन्होंने माना कि अभियुक्तों के खिलाफ पर्याप्त सुबूत नहीं हैं।इसके पूर्व अदालत ने इसी मामले में महाराष्ट्र के जालना के निवासी शोएब जागीरदार समेत चार अन्य लोगों को भी दोषमुक्त करार दिया था। पुलिस ने मक्का मस्जिद बमकांड मामले में 21 लोगों के खिलाफ राजद्रोह तथा विस्फोटक तत्वों को लाने तथा ले जाने का आरोप पत्र दाखिल किया था।गौरतलब है कि मई 2007 में यहां की ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में हुए भीषण बम विस्फोट में नौ लोग मारे गए थे तथा अनेक अन्य घायल हो गए थे।
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