Thursday, March 19, 2009

गरीबी के चलते बेचना पड़े गुर्दे

काहिरा की एक गरीब बस्ती के युवा दंपति को अपना सब कुछ बेचना पड़ा। इसके बाद भी जब उनकी मुफलिसी नहीं गई तो उन्होंने अपना एक-एक गुर्दा बेच दिया। चोरी-छिपे एक निजी अस्पताल में हुए ऑपरेशन के बाद एक व्यक्ति और उसकी पत्नी को आधी बेहोशी की हालत में टैक्सी में छोड़ दिया गया और गुर्दे के एवज में उनके कपड़ों में धनराशि रख दी गई। अब एक वर्ष बाद भी वे इतने गरीब हैं कि वे गुर्दा देने के बाद अपनी सेहत ठीक नहीं रख सके और अधिकतर समय बिस्तर पर ही गुजार देते हैं। 24 वर्षीय अब्दुल रहमान अब्दुल अजीज कहीं ज्यादा बुढ़ा नजर आ रहा है। उसने कहा अगर कोई मुझे खतरे के बारे में स्पष्ट कर देता तो मैं ऐसा नहीं करता। कई वर्षों से यह कहा जाता है कि मिस्र में महज दो हजार अमेरिकी डॉलर के लिए भी गुर्दे बेच दिए जाते हैं। दलाल लोगों की तलाश में रहते हैं। इस गैरकानूनी कारोबार के तहत कई विदेशी नागरिक गुर्दे हासिल करने मिस्र आते हैं।

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