Monday, August 25, 2008

वेश्याओं को बाँटे जाएँगे महिलाओं के कंडोम


कंडोम
एड्स नियंत्रण के लिए कंडोम को सबसे प्रभावी हथियार माना जाता ह
एड्स से निपटने के एक कार्यक्रम के तहत तमिलनाडु सरकार वेश्याओं या महिला यौनकर्मियों को 60 हज़ार कंडोम बाँएड्सटने जा रही है.ये कंडोम विशेष रुप से महिलाओं के लिए ही बनाए गए हैं.यह कार्यक्रम राज्य की एड्स नियंत्रण समिति और परिवार नियोजन ट्रस्ट मिलकर चला रहे हैं.चार महीने चलने वाले इस कार्यक्रम के तहत सात और राज्यों में भी इसी तरह की मुहिम चलाई जाएगी.इसके अंतर्गत देश भर में कोई 11 हज़ार ऐसी महिलाओं तक पहुँचने का अनुमान है जिनके एड्स ग्रसित होने की सबसे अधिक संभावना है.तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव कहते हैं, "यह तमिलनाडु की उन महिलाओं को एड्स से बचाने का बड़ा कार्यक्रम है जिनके इसके चपेट में आने की आशंका है."इस कार्यक्रम में हिंदुस्तान लेटेक्स फ़ैमिली प्लानिंग प्रमोशन ट्रस्ट सहयोग दे रहा है.राज्य एड्स नियंत्रण समिति की निदेशक सुप्रिया साहू का कहना है, "महिलाओं के लिए बनाए गए इन कंडोम से पहली बार महिलाओं को गर्भधारण का उनका अधिकार भी मिलेगा."

महिला कंडोम महिला कंडोम पॉलीयूरेथीन की एक पतली झिल्ली से बनी छोटी थैली की तरह होती है जिसे महिलाएँ योनी में लगा सकती हैं.इससे गर्भधारण और यौन रोगों दोनों से बचा जा सकता है.


महिलाओं को दिन प्रतिदिन के ख़तरों से बचाने के लिए महिला कंडोम सबसे प्रभावी उपाय है
लक्ष्मीबाई, सामाजिक कार्यकर्ता

उल्लेखनीय है कि राज्य में कुछ कंपनियों ने महिला कंडोम को बिक्री के लिए बाज़ार में पेश किया था लेकिन इसमें बहुत सफलता नहीं मिली.इसके पीछे एक बड़ा कारण इसका महंगा होना भी रहा क्योंकि कुछ कंडोमों की क़ीमत तो सौ रुपए तक भी है.जबकि पुरुषों का एक कंडोम एक रुपए में भी मिल जाता है.क़ीमत की इस समस्या से निपटने के लिए राज्य एड्स नियंत्रण समिति ने 60 हज़ार कंडोम एक लाख अस्सी हज़ार रुपए में ख़रीदे हैं.जबकि इसकी वास्तविक क़ीमत 50 रुपए प्रति नग है.राज्य में 50 हज़ार यौनकर्मियों के बीच काम करने वाली एक संस्था की प्रमुख लक्ष्मीबाई का कहना है कि महिलाओं को दिन प्रतिदिन के ख़तरों से बचाने के लिए महिला कंडोम सबसे प्रभावी उपाय है.

No comments: