प्रतियोगिता सिर्फ़ तस्वीरों के आधार पर हो जाएगी |
सफ़ाई,समाचार एजेंसी रॉयटर्स से उन्होंने कहा, "मेरे वरिष्ठ लोग मुझसे ख़ुश नहीं थे. स्थानीय बिशप ख़ुश नहीं थे. लेकिन उन लोगों ने भी मुझे समझा नहीं."
इसे शारीरिक सौंदर्य के रुप में देखा गया. यह कोई नहीं कह रहा कि ननें ख़ूबसूरत नहीं होतीं, लेकिन मैं सौंदर्य को परिपूर्णता के साथ देख रहा था |
उन्होंने कहा, "इसे शारीरिक सौंदर्य के रुप में देखा गया. यह कोई नहीं कह रहा कि ननें ख़ूबसूरत नहीं होतीं, लेकिन मैं सौंदर्य को परिपूर्णता के साथ देख रहा था."फ़ादर रंगी का कहना है कि वे स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे ननों के अच्छे कार्यों को दिखाना चाहते थे जिससे कि इस कार्य के प्रति रुचि बढ़े.उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा है, "हमें ननों की दुनिया की ओर ज़्यादा ध्यान देना होगा क्योंकि उन्हें समाज से वैसी तारीफ़ नहीं मिलती जिसकी वे हक़दार हैं."इस सौंदर्य प्रतियोगिता को रद्द करने से पहले उन्होंने इटली के एक अख़बार से कहा था, "सौंदर्य तो ईश्वर से मिला उपहार है और नन तो आम महिलाओं से ऊपर होती हैं."उन्होंने ननों से कहा था कि वे अपनी फ़ोटो उन्हें भेज दें और इसके बाद इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोग विजेता का फ़ैसला करेंगे.फ़ादर रंगी ने स्पष्ट कर दिया था कि ननों को तैराकी की पोशाक में परेड करने को नहीं कहा जाएगा.उनका दावा था कि ऐसी सौंदर्यप्रतियोगिता आयोजित करने का सुझाव ख़ुद ननों की ओर से आया था.
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