बारहवीं की पढ़ाई बायॉलजी और फिजिकल साइंस विषयों के साथ कर रहा हूं। कृपया बताएं इसके बाद किस तरह के कोर्स उपयोगी हो सकते हैं?
रमिंदर पाल सिंह, मयूर विहार।
आपके लिए बायॉलजी आधारित कई तरह के मॉडर्न कोर्स महत्वपूर्ण हो सकते हैं। इनमें बायोटेक्नॉलजी, बायोइंफॉर्मेशन, बायोफिजिक्स, बायोकेमिस्ट्री, मेडिकल, आयुर्वेद, होम्योपैथी, नर्सिंग और पैरामेडिकल कोर्सिज का जिक्र किया जा सकता है। फिजिकल साइंस से संबंधित कोर्सिज में दाखिला लेने के लिए खेलों में प्रवीणता पर आधारित सर्टिफिकेट होना ज्यादातर संस्थानों में अनिवार्य शर्त है। विस्तृत सूचना के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में उपलब्ध इस तरह के कोर्स के बारे में पता कर सकते हैं।
कृपया बताएं कि एयर होस्टेस बनने के लिए किन गुणों का होना जरूरी है? इसके अलावा संस्थानों के पते भी बताएं। रागिनी, मयूर विहार।
एयर होस्टेस बनने के लिए युवतियों का आकर्षक और हंसमुख होना सबसे ज्यादा जरूरी है। इसके अलावा, आत्मविश्वास से भरपूर, एक्स्ट्रोवर्ट, सहायता करने को तैयार और विपरीत परिस्थितियों में भी काम करने की क्षमताओं का होना भी जरूरी है। इस विधा की ट्रेनिंग से संबंधित ज्यादातर संस्थान निजी क्षेत्र में हैं, इसलिए बेहतर यही होगा कि आप खुद ही ऐसे संस्थानों के विज्ञापनों के जरिए पता हासिल कर वहां जाएं और उसके बाद निर्णय करें।
बीई (कंप्यूटर साइंस) कर चुका हूं। इस समय एक कॉल सेंटर में कार्यरत हूं। ज्यादा सफल होने के लिए क्या करना चाहिए? आशू गुप्ता, दिलशाद गार्डन।
बीई के बाद कॉल सेंटर की जॉब का औचित्य ज्यादा समझ में नहीं आता। बेहतर होगा कि आप अपनी बैकग्राउंड के आधार पर सही रोजगार की तलाश करें। कॉल सेंटर में रहना चाहते हैं, तो ज्यादा कुछ करने के मौके शायद आपको नहीं मिल सकेंगे।
ग्रैजुएशन में कम अंक आए हैं। क्या एमसीए किसी संस्थान से संभव है? विपिन अग्रवाल, मोतीनगर।
एमसीए की चयन परीक्षा में शामिल होने के लिए ग्रैजुएशन में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने की अनिवार्य शर्त रखी जाती है। रेगुलर कोर्स करने में अगर दिक्कत है, तो पत्राचार से भी एमसीए किया जा सकता है। इन संस्थानों में भरथियार यूनिवर्सिटी (कोयम्बटूर), भारतीदासन यूनिवर्सिटी(तिरुचिरापल्ली), काकतिया यूनिवर्सिटी (वारंगल), यूनिवर्सिटी ऑफ मदास (चेन्नै), मदुरै कामराज यूनिवर्सिटी (मदुरै) और मदर टेरेसा विमेंस यूनिवर्सिटी (चेन्नै) प्रमुख हैं।
ग्रैजुएशन में 42 प्रतिशत अंक हैं। क्या इनके आधार पर एलएलबी में दाखिला संभव है? क्या पत्राचार से एलएलबी करने के बाद वकालत की जा सकती है? सैय्यद आलम, पंजाबी बाग।
ग्रैजुएशन में 45 या 50 प्रतिशत अंक लाने वाले युवा ही एलएलबी में चयन परीक्षा के आधार पर दाखिला पाते हैं। इनसे कम अंक आने पर कम से कम प्रतिष्ठित सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों में दाखिला पाना तो संभव नहीं है। पत्राचार प्रणाली से लॉ का बैचलर ऑफ लॉ या बीजीएल कोर्स करने के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया में वकालत करने के लिए रजिस्ट्रेशन की इजाजत नहीं मिल पाती।
एमबीए एक निजी विश्वविद्यालय से कर रही हूं। इनका दावा है कि एमबीए की इंटरनैशनल डिग्री दी जाएगी। क्या इस आधार पर सरकारी सेवा में आना संभव है? नमिता, दिल्ली।
अगर आपका विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन द्वारा स्वीकृत नहीं है, तो जाहिर है इसकी डिग्रियां भी मान्यता प्राप्त नहीं होंगी। ऐसे में आप खुद सोच सकती हैं कि सरकारी सेवा में नियुक्ति के लिए इनकी कोई अहमियत नहीं होगी। इससे बेहतर होगा कि आप नियमित या पत्राचार से संचालित एमबीए या पीजीडीएम कोर्स मान्यता प्राप्त संस्थान से करें।
Sunday, August 24, 2008
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