ऑस्ट्रेलिया में महिलाएं अपने पार्टनर पर नज़र रखने के लिए लेटेस्ट हाईटेक इक्विपमंट्स का सहारा लेने लगी हैं। लेकिन भारतीय संदर्भ में सवाल यह है कि अगर पार्टनर धोखेबाज है, तो क्या ये गैजिट्स उसे शादी के बंधन में जकड़े रहने में सफल हो सकते हैं- पत्नी से बेवफाई करने वाले पति अब सावधान हो जाएं। हाल में सामने आई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि ऑस्ट्रेलिया में ज्यादातर पत्नियां अपने पतियों की गलत हरकतों की जासूसी करने के लिए दो तरह के हाईटेक गैजिट्स का इस्तेमाल कर रही हैं। इसमें से एक डिवाइस की मदद से मोबाइल से डिलीट किए गए टेक्स्ट मेसिज को रिकवर किया जा सकता है। पति की गद्दारी का सबूत जुटाने के लिए ऑस्ट्रेलियन लेडीज़ केमिकल टेस्ट किट का भी सहारा ले रही हैं। जब पुरुषों के लिए खतरनाक साबित होने वाले ये उपकरण बाजार में आ गए हैं, तो भारतीय पुरुषों में भी कुछ डर या बेचैनी होना स्वाभाविक है। लेकिन क्या इस इक्विमंट के डर से पतियों को दोबारा वफादार बनाया जा सकता है। इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने कुछ सिलेब्रिटीज़ से बातचीत की :
प्रॉब्लम और बढ़ेगी : अश्विन गिडवानी (थिएटर पर्सनैलिटी)
हमारी सोसायटी में शादी से जुड़ी तमाम दिक्कतें हैं। इन गैजिट्स के मार्किट में आने से परेशानियां और बढ़ेंगी। देखने में आया है कि शादी के बाद कुछ गुड लुकिंग और सक्सेसफुल लोगों की अक्सर अपोजिट सेक्स से फ्रेंडशिप हो जाती है, चाहे उसका स्तर कुछ भी हो। ऐसा नहीं है कि आजकल सभी महिलाएं अपने पतियों को दूध का धुला समझती हैं, लेकिन वह सबकुछ जानते हुए भी कुछ करने की स्थिति में नहीं होतीं। इन गैजिट्स के मार्किट में आने के बाद उनका शक यकीन में बदलेगा और पति-पत्नी के झगड़े और बढ़ेंगे। पुरुषों का ईगो उन्हें अपनी गलती रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद भी आसानी से मानने की इजाजत नहीं देगा। पत्नियां भी उनकी बेवफाई का सबूत सामने होने पर उनकी बात पर आसानी से भरोसा नहीं कर सकेंगी।
तलाक के बाद बच्चों का क्या : प्रीति जैन
मशहूर फिल्ममेकर मधुर भंडारकर पर यौन शोषण का सनसनीखेज आरोप लगा चुकी प्रीति जैन बॉलिवुड से कुछ ज्यादा ही नफरत करने लगी हैं, तभी तो वह कहती हैं, 'अगर ये गैजिट्स इंडियन मार्किट की शान बन गए तो बॉलिवुड में मैरिज़ सुरक्षित नहीं रहेगी। कुछ पुरुष खूबसूरत महिलाओं को देखते ही फिसल जाते हैं। वे अपनी आदतें चाहकर भी सुधार नहीं सकते। यह टेक्नॉलजी भारत में न ही आए, तो ज्यादा अच्छा है। अगर हसबैंड को कॉम्प्रोमाइजिंग सिचुएशन में वाइफ ने पकड़ लिया तो पुरुष तो अपनी गलती मानने से रहे। इससे तलाक के मामले और बढ़ेंगे और सबसे ज्यादा असर बच्चों के भविष्य पर पड़ेगा।'
भरोसे के बिना मैरिज़ बेमतलब : बाबा सहगल (सिंगर)
इन गैजिट्स का इस्तेमाल करने से कोई मकसद हल नहीं होगा। शादी पति-पत्नी के आपसी विश्वास पर टिकी होती है। अगर भरोसा ही खत्म हो गया, तो शादी को बोझ की तरह ढोने का कोई मतलब नहीं रह जाता। इसमें किसी तरह की जासूसी आपकी कोई मदद नहीं कर सकती। अगर आपका पार्टनर से भरोसा उठ गया है, तो उसे छोड़कर आज़ादी से अपनी जिंदगी जीना ही बेहतर होगा। केवल शादी को बचाए रखने के लिए एक-दूसरे के साथ रहना अक्लमंदी नहीं कही जाएगी।
शादी को बचाने में कोई मदद नहीं : उर्वशी शर्मा (ऐक्ट्रिस)
यह गैजिट्स टूटने के कगार पर पहुंच चुकी शादी को बचाने में कोई मदद नहीं कर सकते। अगर आपका पार्टनर आपको धोखा देकर अलग रास्ते पर चल पड़ा हो, तो उसके गलती मानने के बाद भी आपके दिमाग में शक तो रहेगा ही। आप हर समय तो अपने जीवनसाथी को अपनी नज़रों के दायरे में नहीं रख सकतीं। एक बार अलग रास्ते पर आगे बढ़ने के बाद वह बार-बार उसी रास्ते पर जाएगा और आपका भरोसा बार-बार तोड़ेगा।
इंडियन लेडीज़ स्मार्ट हैं : प्रह्लाद कक्कड़, (ऐडमैन)
इंडियन वाइव्स कभी इन गैजिट्स को यूज़ नहीं करेंगी, क्योंकि वे पश्चिमी देशों की महिलाओं की तुलना में ज्यादा स्मार्ट हैं। इंडियन स्टाइल की मैरिज़ में बेवफाई या धोखेबाजी कभी मुद्दा रहा ही नहीं है। पहले के जमाने में भी कुछ पुरुषों के कई-कई महिलाओं से संबंध रहते थे। तब भी पत्नियां इस बात को ज्यादा तूल नहीं देती थीं। भले ही महिलाएं आज शिक्षित हो गई हैं और बराबरी में उनका भरोसा पहले से ज्यादा बढ़ गया है, लेकिन वे पुरुषों को इतनी आजादी तो देती ही हैं। दरअसल, जब तक पति पत्नी को रुपये-पैसे और ऐशो-आराम की जिंदगी देता है, तब तक वह आमतौर पर कोई शिकायत नहीं करती। भारतीय महिलाओं को यह अच्छी तरह पता है कि बिना कोई शोर मचाए पति को किस हद तक ब्लैकमेल किया जा सकता है?
Sunday, August 24, 2008
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