एनएसजी दरअसल प्रतिनियुक्ति पर शामिल हुए सुरक्षाबलों का संगठन है। इसके अधिकारी तथा कर्मचारी केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीमा सुरक्षा बल तथा सशस्त्र सीमा बल जैसे विभिन्न अर्द्धसैनिक बलों से प्रतिनियुक्ति पर तैनात किए जाते हैं।
एनएसजी के एक अधिकारी ने बताया कि मुम्बई में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ हमारे के लिए सीखने के लिहाज से बेहतरीन अनुभव था। हम भविष्य में अपनी कमांडो ट्रेनिंग में इसके तजुर्बे को शामिल करेंगे। प्रतिनियुक्ति पर तैनात सभी एनएसजी जवानों को नए प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेना होगा। अधिकारी ने बताया ऐसा पहली बार हुआ है जब हमने भीड़भाड़ और घनी आबादी वाले इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान को अंजाम दिया। दक्षिणी मुम्बई में अनेक तंग गलियों से सटे नरीमन हाउस में अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम देना बहुत बड़ी चुनौती थी। उन्होंने बताया कि ताज और ओबराय काफी बडे़ होटल हैं। इनमें आतंकवादियों के छिपने के लिए काफी जगह थी, जिससे उन्हें सुरक्षा बलों के लिए परेशानियाँ खड़ी करने में मदद मिली। गौरतलब है कि एनएसजी कमांडो ने ताज और ओबराय, ट्राइडेंट तथा यहूदी आवासी परिसर नरीमन हाउस को आतंकवादियों से मुक्त कराने के अभियान में हिस्सा लिया था। अन्य बलों से प्रतिनियुक्ति पर आए जवानों को एनएसजी में भर्ती से पहले कठिन प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है। एनएसजी जवानों को अब तक पुलिस कमांडो इंस्ट्रक्टर्स कोर्स, वीआईपी सुरक्षा, बम डिस्पोजल तथा वामपंथी कट्टरवाद के पहलुओं पर ही प्रशिक्षण दिया जाता था। एनएसजी जवानों की आतंकवादियों के खिलाफ क्षमता विकसित करने के लिए उन्हें कृत्रिम परिस्थितियों में कठिन प्रशिक्षण दिया जाता है। उनमें लड़ाकू प्रवृत्ति का विकास करने के लिए उन्हें शारीरिक तथा मानसिक रूप से बेहद चुस्त बनाया जाता है।
पत्रकार सबीना सहगल सैकिया की मौत