नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के बाद आवारा कुत्तों पर पट्टा बांधने के लिए आरडब्ल्यूए ने कमर कस ली है। अब विंडसर एंड नोवा सोसायटी आरडब्ल्यूए ने कुत्तों को भगाने के लिए ट्रेंड चौकीदारों को रखा है, जो 4 हजार रुपये प्रतिमाह पर सोसायटी से कुत्तों को भगाने का कार्य करेंगे ।विंडसर एंड नोवा सोसायटी में पिछले साल भर से लोग आवारा कुत्तों से परेशान है। इससे आजिज आरडब्ल्यूए ने नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग से कुत्तों को भगाने के लिए कार्रवाई करने का अनुरोध भी किया, लेकिन दोनों ही विभागों ने पर्याप्त कर्मचारी और संसाधन न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।ऐसे में अब आरडब्ल्यूए ने आवारा कुत्तों की परेशानी से निपटने के लिए खुद ही समस्या का हल ढूंढ निकाला है। आरडब्ल्यूए ने सोसायटी में कुत्तों को भगाने के लिए ट्रेंड चौकीदारों को रखा है। यह चौकीदार सोसायटी के रोड पर साइकिल से घूमेंगे और आवारा कुत्तों निगरानी रखेंगे। कुत्ता मिलने पर उसे सोसायटी से बाहर भी भगाएंगे।आरडब्ल्यूए अध्यक्ष सुधीर श्रीवास्तव का कहना है कि सरकारी महकमे तो लोगों की समस्याओं के लिए गंभीर होते ही नहीं, ऐसे में रेजीडेट के हित में कार्य करना आरडब्ल्यूए का दायित्व बन जाता है। इसी को देखते हुए पहले आरडब्ल्यूए ने बंदरों से बचने के लिए कार्रवाई की थी और अब आवारा कुत्तों से निपटने के लिए भी रास्ता ढूंढ लिया है।
Wednesday, November 12, 2008
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