Wednesday, November 26, 2008
थाईलैंड में राजनीतिक संकट और गहराया
बैंकाक में मंगलवार रात मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के कब्जे के बाद सेना प्रमुख द्वारा बुधवार को प्रधानमंत्री से देश में नए चुनाव कराने की मांग किए जाने से देश में जारी राजनीतिक संकट और गहरा गया।सशस्त्र प्रदर्शनकारियों द्वारा कब्जा किए जाने से सुवर्णभूमि हवाई अड्डे पर सभी उड़ानों को रद्द करके कामकाज को अस्थायी रुप से स्थगित कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने नियंत्रण टावर पर भी कुछ देर के लिए कब्जा कर लिया जिससे भारतीयों समेत हजारों यात्री हवाई अड्डे पर फंस गए। हवाई अड्डे पर उत्पन्न स्थिति की वजह से प्रधानमंत्री सोमचाई वोंगसावत को एपेक सम्मेलन से लौटने के बाद उत्तारी थाइलैंड में सेना के विमान बेस पर उतरना पड़ा। सोमचाई ने सेना प्रमुख जनरल अनुपोंग पाओचिंडा की नए चुनाव कराने की मांग पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सेना प्रमुख ने प्रदर्शनकारियों से सुवर्णभूमि हवाई अड्डा छोड़ने की अपील की लेकिन उनकी यह कोशिश नाकाम रही।प्रदर्शनकारियों के नेता सुरियासाई कतासिला ने कहा कि जब तक मांगों पर बातचीत नहीं हो जाती तब तक उनके संगठन पीपुल्स अलायंस फार डेमोक्रेसी के कार्यकर्ता हवाई अड्डे से नहीं हटेंगे। स्थिति की समीक्षा के लिए सुरक्षा अधिकारियों, अर्थशास्त्रियों,शीर्ष सरकारी अफसरों तथा थिंक टैंक के सदस्यों से बातचीत के बाद पत्रकारों से बातचीत में जनरल पाओजिंडा ने कहा कि हम प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर उनसे सदन को भंग करने तथा नए चुनावों की घोषणा करने के लिए कहेंगे। सेना प्रमुख ने कहा कि वह सरकार का तख्ता पलटने या उस पर दबाव डालने की कोशिश कतई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह तख्तापलट की कार्रवाई नहीं है। समूची शक्ति अब भी सरकार के पास ही है। मेरे सुझाव उन समस्याओं के समाधान का रास्ता हैं जिनकी वजह से देश गहरे संकट में फंस गया है। पाओचिंडा ने कहा कि सेना प्रमुख होने के नाते अगर मैं तख्तापलट करता हूं तो देश की सारी परेशानियां एक साथ खत्म हो जाएंगी लेकिन इसके परिणाम ठीक नहीं होंगे। सेना प्रमुख ने कहा कि अधिकारी शहर में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति खराब होने और हवाई अड्डा बंद किए जाने पर चिंतित हैं। इस बीच समाचार एजेंसी टीएनए ने पाओचिंडा के हवाले से कहा है कि सेना ने देश में सरकार समर्थक और विरोधी कार्यकर्ताओं के बीच टकराव को रोकने के लिए पुलिस, नौसेना तथा वायुसेना को एकजुट किया है। हवाई अड्डे पर कब्जा जमाए प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अडे़ हुए हैं। इससे पहले धातु की छड़ों से लैस प्रदर्शनकारी मंगलवार देर रात सुवर्णभूमि हवाई अड्डे के अंदर घुस गए। वे एपेक सम्मेलन के सिलसिले में गए प्रधानमंत्री के उड़ान कार्यक्रम का ब्यौरा देने की मांग कर रहे थे।हवाई अड्डे पर हर तरफ अव्यवस्था का माहौल उत्पन्न हो गया था। इस स्थिति से नाराज और थके यात्री वहां से निकलने के लिए सही सूचना के लिए व्याकुल नजर आए। एयर एशिया थाई तथा मलेशियाई एयरलाइंस ने कहा कि उन्होंने बैंकाक के लिए अपनी सभी उड़ाने रोक दी हैं जबकि कुछ आने वाली उड़ानों के मार्ग परिवर्तित कर उन्हें देश के डोन मुआंग चियांग माई और फुकेट सहित अन्य हवाई अड्डों की ओर भेजा जा रहा है। प्रदर्शनकारियों के संगठन का कहना है कि सोमाचाई सरकार पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा के हाथों की कठपुतली जैसा व्यवहार कर रही है।गौरतलब है कि थाईलैंड में इससे पहले भी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और तख्तापलट होते रहे हैं लेकिन ताजा प्रदर्शन ने हिंसक रुप ले लिया है और इसमें झड़पों के साथ ही ग्रेनेड हमले तक हो चुके हैं।थाईलैंड में सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शन के चलते वहां स्वर्णभूमि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित होने के बाद एयर इंडिया और जेट एयरवेज ने बृहस्पतिवार तक के लिए बैंकाक की उड़ानों को रद्द कर दिया है।
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